Pyaar

Umang Rastogi

When you are in love, you start realizing how beautiful this world can be… Here’s a rhythmic and “bring a soft smile to your face” kind of poem about how being in love can change you as a person.

प्यार कुछ यूं निभाया उसने
एक बेटी का फ़र्ज़ निभाया उसने
अब एक उंगली की खातिर
फिर मेरा पूरा हाथ छुड़ाया उसने

जब चीज़ें छूट रही थी हाथों से
तब मेरा हाथ संभाला था उसने
माँगा जब समय एक बरस का
तब अपने बापू को समझाया उसने

कैसे लिखूँ उसे बेवफा
प्यार का पाठ पढ़ाया उसने
जीवन हो सकता है कितना सुन्दर
ये भी तो आभास कराया उसने

यार मेरे भी कहते है अब
यार तू कितना बदल गया है
पहले तो मैं हँसता था बस
खुश रहना सिखलाया उसने

ME22S001

Umang Rastogi

Umang Rastogi is an MS Research scholar in the Mechanical Engineering department at IIT Tirupati. He is also passionate about music, poetry, research and cricket. This poem is written in context with the father-daughter bond and shows love, gratitude, and appreciation.

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